क्या याद है तुमको ...
तुम्हारा मेरी ज़िन्दगी में आना ...
बस यूँ ही ....
मुझमें शामिल हो जाना ....
बस यूँ ही ....
साथ देने का वादा तुम्हारा ....
रूठ जाना कभी ..
बस यूँ ही ...
कभी टूट जाना भी ...
सब मंज़ूर है मुझे ...
फिर यूँ ही...
एक दिन तुम्हारा चले जाना ....
मेरी तमाम तन्हा सुबह ...
तमाम उदास शामें .....
सब कुबूल है मुझको
तुम्हारे तोहफे .....