हमारे देश में ज्यादातर चिकित्सक एवं सर्जन चिकित्सा कार्यों में इतना व्यस्त रहते हैं कि वे अध्ययन, शोध एवं लेखन को पर्याप्त समय नहीं दे पाते जिसके कार