पिज्जापिज्जा दुनिया की सबसे टेस्टी डिशेज में से एक माना जाता है, पर क्या आप लोग जानते है कि पिज्जा का अविष्कार सबसे पहले इटली में हुआ था।अगर बात की जाए मार्गरिटा पिज्जा की तो उसके बारे में ऐसा माना जाता है कि 18वीं शताब्दी में राजा अम्बर्टो और रानी मार्गरिटा इटली के दौरे पर निकले थे। रानी मार्गरिटा के लिए स्पेशल पिज्जा बनाने के लिए राफेल एस्पोसिटो नाम के एक पिज्जा विक्रेता को बुलाया गया था। उस खास पिज्जा में टमाटर, चीज के साथ बहुत सारी टॉपिंग का इस्तेमाल किया गया था। इस तरह से बना पिज्जा रानी को बहुत पसंद आया था, जिसके बाद उस विक्रेता ने उस पिज्जा का नाम मार्गरिटा पिज्जा रख दिया।दुनिया का सबसे तेज पिज्जा बनाने वाला 2 मिनट 35 सेकण्ड में 14 पिज्जा बना सकता है।दुनिया का सबसे बड़ा पिज्जा दक्षिण अफ्रीका के जोहन्सबर्ग शहर में बनाया गया था। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी यह अंकित है। इस पिज्जा की गोलाई 37.4 मीटर थी। इसे 500 किलो आंटे, 800 किलो चीज़ और 900 किलो टॉमेटो प्यूरी से 8 दिसंबर 1990 में बनाया गया था।22 मार्च 2001 में केपटाऊन के बटलर्स पिज्जा के बनार्ड जॉर्डन ने केपटाऊन से सिडनी यानी11042 किलोमीटर का फासला तय करके पिज्जा डिलीवर किया था। इसे गिनीज बूक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में लॉन्गेस्ट पिज्जा ऑर्डर उत्तरी कैरोलीना के वीएफ कॉर्पोरेशन द्वारा दिया गया था। इन्होने देशभर में फैले अपने 40160 कर्मचारियो के लिये 13386 पिज्जा का ऑर्डर दिया था।आधुनिक पिज़्ज़ा इटली की देन माना जाता है। 18वीं सदी में सबसे पहले इटली के शहर नेपल्स में पिज़्ज़ा को ईजाद किया गया था। आज भले ही पिज़्ज़ा गरीबों की पहुंच से दूर हो, लेकिन इसके शुरुआती वर्जन गरीबों के लिए ही बनाए गए थे। दो-ढाई सौ साल पहले नेपल्स की गिनती यूरोप के बड़े और समृद्ध शहरों में होती थी। उस समय वहां आर्थिक गतिविधियां चरम पर थीं। इसलिए शहर व्यापारियों और किसानों से गुलज़ार रहता था। आसपास के कस्बों और शहरों से बड़ी संख्या में गरीब मजदूर भी रोजगार की तलाश में नेपल्स आते थे और कई दिनों तक वहीं रहते थे। ये हमेशा सस्ते फूड की तलाश में रहते थे। सड़क किनारे फूड बेचने वाले वेंडर्स ने इनकी यह तलाश पूरी कर दी।